ऑनलाइन व्यवसाय कैसे शुरू करें जाने शुरू से लेकर अंत तक के संपूर्ण जानकारी

ऑनलाइन व्यवसाय कैसे शुरू करें जाने शुरू से लेकर अंत तक के संपूर्ण जानकारी 


 एक व्यक्ति एक ऑनलाइन व्यवसाय शुरू करने के बारे में जानकारी देने वाले लेख के लिए 



आज के समय में हर क्षेत्र में डिजिटल कामकाज की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है चाहे वह ऑनलाइन व्यवसाय हो या कोई सरकारी या प्राइवेट जॉब  से जुड़ा हुआ काम 

इसी चीज को देखकर आज के युवा सभी कामों को डिजिटल रूप में बदलना चाहते हैं और करना भी चाहते लेकिन यह सभी चीज सिर्फ कामों के रूप में ही सीमित नहीं रह गया है और यह अब धीरे-धीरे एक व्यवसाय के रूप भी ले चुका है | जिसे हम ऑनलाइन व्यवसाय के नाम से जानते हैं | इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको शुरू से लेकर अंत तक के सभी जानकारी देने आया हूँ |

 


  1.  व्यवसाय का विचार और योजना (Business ideas & Planning)


ऑनलाइन व्यवसाय मॉडल चुनते व्यक्ति।



अपना niche चुने :- सबसे पहले आप जो ऑनलाइन बिजनेस शुरू करना चाहते हैं वह किसके  लिए और किस क्षेत्र में करना चाहते हैं | आपका मकसद क्या है उत्पाद बेचना या ऑनलाइन सेवा लोगों को प्रदान करना चाहते है | जैसे - ऑनलाइन उत्पाद बेचना, ऑनलाइन कोचिंग पढ़ाना, फ्रीलांसिंग  से जुड़ा परामर्श देना इत्यादि     


  1. सही ऑनलाइन व्यवसाय का चुनाव कैसे करें |


सही ऑनलाइन व्यवसाय का चुनाव करने के लिए सबसे पहले आपके पास एक कौशल   होना चाहिए अगर नहीं है तो कोई बात नहीं आप बाजारों में मौजूदा औसरो की तलाश करें और उसके बारे में बहुत गहरी तरीके से छानबीन करें और इसके आधार पर एक मजबूत मार्केट रणनीति बनाएँ और लोगों से सहायता ले ऑनलाइन व्यवसाय शुरू करने से पहले आपको कानूनी तौर तरीके के बारे में जानकारी ले और अपने वित्तीय स्थिति का ध्यान रखें 


  1. कुछ लोकप्रिय ऑनलाइन व्यवसाय मॉडल




  • ई-कॉमर्स (Amazon, Flipkart पर सेल या खुद की वेबसाइट) :- यह मॉडल ऑनलाइन सेवा और उत्पादों को बेचने के मकसद से बनाए गए हैं | आप इससे भी जुड़ सकते हैं या आप अपनी खुद का एक अलग से वेबसाइट बना सकते हैं | 


  • ड्रॉपशिपिंग :- ऑनलाइन व्यवसाय का एक ऐसा तरीका जहां पर आप किसी सामान को बिना स्टॉक किए बेच सकते हैं | इससे फायदा यह होगा कि जब कोई ग्राहक किसी उत्पाद को ऑनलाइन ऑर्डर करेगा तो आप उसे शीधा ड्रॉपशिपिंग आपूर्तिकरता को भेज कर उसके माध्यम से आप अपने ग्राहकों को उसका प्रोडक्ट उसके पास पहुंचा सकते हैं |


  • डिजिटल प्रोडक्ट्स (E-books, Online Courses) :-  यह  डिजिटल तरीके से बेचे जाने वाले एक शैक्षणिक उत्पाद है | जो किसी कोर्स या किसी सब्जेक्ट से जुड़ा हुआ नोट्स होता है | और यह  डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रस्तुत होने वाला कार्यक्रम है | 


  • एफिलिएट मार्केटिंग :- एफिलिएट मार्केटिंग आज के समय में एक ऐसा मॉडल बन चुका है | जहा आज के समय में युवा बिना किसी पूंजी के घर बैठे पैसे कमा रहे हैं | इसमें किसी कंपनी से जुड़कर आपको उसके प्रोडक्ट Social media platform या अपने website के माध्यम से  उस कंपनी के प्रोडक्ट के लिंक को जोर कर बेचना होता है | जब कोई व्यक्ति आपके द्वारा शेयर किए गएलिंक से प्रॉडक्ट खरीदना है तो उसके बदले में कंपनी आपको कमीशन के रूप में कुछ पैसे देती है |


  • फ्रीलांसिंग :- एक ऐसा प्लेटफॉर्म जहां पर कोई व्यक्ति स्वतंत्र रूप से अपने ग्राहकों के लिए काम करता है | फ्रीलांसिंग से जुड़ा हुआ काम करने के लिए आपको अपने ग्राहकों को ढूंढना पड़ता है | और अपनी सेवा से जूरी पूरी जानकारी को बताना पड़ता है | 


  1. कैसे चुने


  • अपने कौशल, रुचि और बाजार की मांग को समझें


  • प्रतियोगिता और संभावित लाभ का मूल्यांकन करें।


  • व्यवसाय योजना (Business Plan)  बनाएं 


  • व्यवसाय का उद्देश्य :- व्यवसाय का मुख्य उद्देश्य व्यवसाय से पैसे कमाना होता है | और यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो किसी व्यावसायिक व्यक्ति को आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहायता प्रदान करती है | और लोगों के जरूरत को भी पूरा करती है |


  • लक्षित ग्राहक (Target Audience) :- आप जो उत्पाद बेचेगे उसके लिए आपको उससे जुड़े हुए लक्षित ग्राहको को ढूंढना होगा यह एक व्यावसायिक रणनीति का महत्वपूर्ण घटक है | जो आपको अपने व्यवसाय के उत्पाद को खरीदने वाले ग्राहकों तक पहुंचने में मदद करता है | 


  • मार्केट रिसर्च :- अपने व्यवसाय को शुरू करने से पहले मार्केट रिसर्च करना एक बहुत  महत्वपूर्ण प्रक्रिया है | इसको अपना कर आप अपने व्यवसाय को दूसरे लोगों से और बेहतर बना सकते हैं | इससे आपको अपने व्यवसाय से जुड़े हुए उत्पादों को खोजने में भी मदद मिलती है और उसे खरीदने वाले संभावित ग्राहकों भी आपको मिल जाते हैं | 


  • प्रतियोगी विश्लेषण :- प्रतियोगी विश्लेषण से आपके व्यवसाय से जुड़े प्रतिस्पर्धा के बारे में पता चलती है | ताकि आप अपने व्यवसाय से जुड़े प्रतिस्पर्धी लोगो को उसके उद्देश्य के बारे में जानकर आप अपने व्यवसाय को उनसे भी बेहतर ढंग से प्रचलित कर सके और बढ़ावा दे सके |


  • उत्पाद/सेवा विवरण :- उत्पाद और सेवाएं ऐसी प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति को आपको अपने व्यवसाय से जुड़े उत्पाद के बारे में जानकारी देता है | और आपके ग्राहकों को आपके उत्पाद के ओर आकर्षित करता है | 


  • आय का स्रोत (Revenue Model) :- आय का स्रोत एक ऐसी प्रक्रिया है जो किसी कंपनी या व्यवसाय से जुड़े वित्तीय आदान-प्रदान का एक लेखा जोखा होता है जो यह बताता है कि कंपनी अपने उत्पाद को कैसे बेचती हैं और इससे आय कैसे प्राप्त करती है | 


  • खर्च और निवेश (Startup Costs) :- किसी नए व्यवसाय की शुरुआत के लिए आवश्यक खर्च हैं, जो संचालन शुरू करने से पहले किए जाते हैं। ये लागतें प्रारंभिक निवेश और व्यय दोनों को शामिल करती हैं, जैसे- रजिस्ट्रेशन शुल्क, जमीन खरीद में लगा पैसा, किराए पर मकान, प्रारंभिक स्टॉक और कर्मचारियों का वेतन 


  • मार्केटिंग रणनीति :- यह किसी कंपनी या किसी व्यवसाईक संगठन के द्वारा अपनाई गई एक मार्केटिंग रणनीति है | जो ग्राहको तक पहुंचाने और अपने उत्पाद के बारे में बताने और उनसे जुड़े हुए सेवा के बारे में जानकारी देने में मदद करता है | 


  • कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रिया :- आपको अपने व्यवसाय को शुरू करने से पहले कुछ कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रिया से गुजरना होगा जो इस प्रकार है |

  • ऑनलाइन व्यवसाय के लिए कानूनी दस्तावेज़ और पंजीकरण।





  • व्यवसाय का नाम तय करें :- व्यवसाय का नाम तय करना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो  आपके व्यवसाय को सफल बनाने के साथ आपको एक नई पहचान दिलाने में भी मदद करता है | 


  • GST पंजीकरण (भारत में आवश्यक) :- जब आप अपने व्यवसाय में 10 लाख से लेकर 40 लाख तक का निवेश करते हैं तो उसके लिए आपको केंद्र या राज्य संघ के आधार पर आपको GST पंजीकरण प्रक्रिया से गुजरनी होगी जो भारत में अब अति आवश्यक है | यह आपके कारोबार से कुल वार्षिक आय के साथ वस्तुओ और सेवाओं की अंतर राज्य आपूर्ति करता है |


  • MSME रजिस्ट्रेशन :- यदि आप सूक्ष्म और लघु उत्पाद को शुरू करते हैं तो (MSME) पंजीकरण कराने के बाद आप बहुत सारे फायदे ले सकते हैं | जैसे कि सरकार से वित्तीय सहायता, लोन और क्रेडिट की उपलब्धता, टैक्स में छूट इत्यादि |

   

  • PAN / बैंक खाता / UDYAM पंजीकरण :- PAN, बैंक खाता और Udhyam पंजीकरण (MSME) पंजीकरण के लिए एक आवश्यक दस्तावेज है | बैंक खाता हर व्यवसाय के लिए आवश्यक है ताकि वह अपने व्यवसाय में अपने उत्पाद को बेचकर अपने ग्राहकों से वित्तीय लेनदेन कर सके 


  • वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति बनाएं :- 


  • वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन स्टोर बनाएं


  • डोमेन खरीदें :- आप अपने व्यवसाय का क्या नाम रखना चाहते हैं उसे संबंधित एक डोमेन नेम खरीदें 


  • वेब होस्टिंग ले :- अपने व्यवसाय को ऑनलाइन बनाने के लिए वेब होस्टिंग खरीदे 


  • वेबसाइट डिजाइन करें :- एक उपयोगकर्ता अनुकूल के लिए मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट बनाएं ताकि आपका वेबसाइट मोबाइल पर आसानी से खुल जाए आप WordPress जैसे CMS प्लेटफार्म का उपयोग करके वेबसाइट बना सकते हैं तथा वेबसाइट डेवलपर से भी बनवा सकते हैं | 


  • उत्पाद और सेवा का चयन करें :- अपने उत्पाद और सेवा का एक लिस्ट बनाकर उसके छवियों के साथ उसका स्पष्ट विवरण प्रदान करें |


  • सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बनाएं :- अपने ग्राहकों  तक पहुंचाने के लिए Facebook, Instagram, Twitter, LinkedIn जैसे सोशल मीडिया पर अपने व्यवसाय के नाम से एक प्रोफाइल बनाएं |


  1. डिजिटल मार्केटिंग रणनीति बनाएं 


डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियाँ: SEO, सोशल मीडिया, कंटेंट, विज्ञापन।


  • SEO (Search engine optimization ) :- अपने व्यवसाय से संबंधित वेबसाइट को Google जैसे सर्च इंजन में उच्च रैंक लाने के लिए अनुकूलित करें ताकि आपके ग्राहक आप तक पहुंच पाए 


  • (Social media marketing ) :- अपने व्यवसाय और उत्पाद को आगे बढ़ाने के लिए तथा अपने ग्राहकों से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार करें |


  • Content marketing:- अपने उत्पाद से संबंधित ब्लॉग पोस्ट बनाएं वीडियो, इन्फोग्राफिक्स आदि जैसे मूल्यवान कंटेंट बनाएं या किसी ऐसे कंटेंट क्रिएटर से संपर्क करें जिस के वेबसाइट पर अच्छा खासा ट्रैफिक हो 


  • ईमेल मार्केटिंग:-  ग्राहकों के ईमेल पते एकत्र करें और उन्हें न्यूज़लेटर, ऑफ़र और अपडेट भेजें। 


  • पेड एडवर्टाइजिंग (PPC):- Google Ads और सोशल मीडिया विज्ञापन (Facebook Ads, Instagram Ads) पर विज्ञापन चलाएं ताकि तुरंत दृश्यता प्राप्त हो सके।


  • इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग:- अपने उत्पादों/सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रासंगिक इन्फ्लुएंसर से संपर्क करें |


  1. संचालन और ग्राहक सेवा

 ऑनलाइन व्यवसाय के लिए इन्वेंट्री, शिपिंग और ग्राहक सहायता। 


  • इन्वेंट्री प्रबंधन :-- एक ऐसा प्रक्रिया है जो आपको अपने व्यवसाय को सही ढंग से संचालित करने में मदद करता है | ग्राहकों की मांग को पूरा करने में मदद करता है | यदि आप ड्रॉप शिपिंग करते हैं तो आपको इन्वेंट्री प्रबंधन करने की कोई आवश्यकता नहीं है | 


  • शिपिंग और डिलीवरी :- शिपिंग में सामान एक जगह से दूसरे जगह भेजा जाता है | और वहां से कंपनी सामान अपने ग्राहकों तक पहुंचती है जबकि डिलीवरी में ऐसा नहीं होता है डिलीवरी में कंपनी अपने ग्राहकों तक समान Delivery boy के द्वारा  पहुचाती  है | 


  • ग्राहक सहायता :- इस प्रक्रिया के माध्यम से आप अपने ग्राहकों को अपने प्रोडक्ट के बारे में सारी जानकारिय ां देते हैं और उनसे जुड़े लाभ हानि तथा रख रखाव के बारे में भी बताते हैं | 


  • फीडबैक प्राप्त करें :-  फीडबैक प्राप्त करने के लिए आपको अपने ग्राहकों से अपने उत्पाद के बारे में जानकारी लेनी चाहिए और उनके फीडबैक का जवाब देना चाहिए 


  1. भुगतान और लॉजिस्टिक सेटअप करें

ऑनलाइन भुगतान गेटवे और शिपिंग विकल्प 


 भुगतान और लॉजिस्टिक सेटअप करने से सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि जब आप अपने प्रोडक्ट ग्राहकों से बेचेंगे तो आप अपने ग्राहकों से पैसे किस प्रकार लेंगे | वैसे तो पैसे भुगतान के लिए बहुत सारे विकल्प मौजूद है जैसे - Pay Pal, Cash on delivery, इत्यादि आपको इनमें से  किसी एक को चुनना होगा | 




  1. भुगतान सेटअप कैसे करें 

ऑनलाइन भुगतान गेटवे चुनें :- डिजिटल तरीके से भुगतान करने के लिए कई तरह के  ऑनलाइन भुगतान गेटवे उपलब्ध है | जैसे -  UPI, IMPS, Debit Card, Credit Card इत्यादि | 


  • अपने भुगतान गेटवे को अपनी वेबसाइट से जोड़ें:- आपके ग्राहक प्रोडक्ट खरीदते समय आपको पेमेंट कर सके इसके लिए आप अपनी वेबसाइट में भुगतान गेटवेप्रणाली को जोड़ें |


  • भुगतान विधियों को सक्षम करें :- आपके ग्राहक आपको विभिन्न तरीके से भुगतान कर सके इसके लिए आप उन्हें अनुमति दें


  • भुगतान संसाधन शुल्क की जांच करें :- जब आप अपने ग्राहकों से भुगतान प्राप्त करेंगे तो भुगतान गेटवे आपसे उसके बदले में कुछ शुल्क लेगी इसलिए आप ऐसे गेटवे को चुने जो आपके लिए सही और फायदेमंद हो 


  1. लॉजिस्टिक सेटअप करे


  • लॉजिस्टिक सेवा प्रदाता चुनें :- ग्राहक यह जान पाए कि उनका सामान अब तक कहां तक पहुंचा है उसके लिए Slight जैसे लॉजिस्टिक सेटअप का प्रबंध करें 


  • अपने लॉजिस्टिक सेवा प्रदाता को अपने व्यवसाय से जोड़ें:- आप अपने ऑनलाइन स्टोर से सामान ग्राहकों को निर्धारित समय पर उनके पास पहुंचा दे उसके लिए आपको अपनी व्यवसाय में लॉजिस्टिक सेवा प्रदाता को जोड़ें |


  • शिपिंग और डिलीवरी विकल्प सेट करें :- शिपिंग और डिलीवरी विकल्प सेट करने के लिए आपको सबसे पहले उस स्थान को जनना और जांच करना होगा जहाँ आप अपने सामान को डिलीवरी करने के लिए कस्टमर के पास जाएंगे 


  •  शिपिंग लागत और समय की जांच करें :- शिपिंग लागत और समय की जांच को लागू करने के लिए सबसे पहले आप यह तय करले की आप किस प्रकार को  शिपिंग उपयोग करना चाहते हैं उसी के अनुसार इसे लागू करें | 


  1. ऑनलाइन व्यवसाय क्यों करना चाहिए और उसके लाभ  


ऑनलाइन व्यवसाय करने के बहुत सारे लाभ आपको मिलते हैं जो इस प्रकार है |


  • व्यापक ग्राहक पहुंच :- यह आपको प्रोडक्ट और व्यवसाय को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने में मदद करता है और आपको एक नई पहचान और दिशा की ओर ले जाने में मदद करता है | 


  • कम प्रारंभिक लागतें :- इसमें ना तो आपको सामान स्टॉक रखने की जरूरत है और ना मकान किराए पर लेने की जरूरत है


  • लचीलापन और स्वतंत्रता :- आज के समय में इंटरनेट कि सुविधा दुनिया के हर कोने में मौजूद है | और लोग इसे कहीं से भी चला सकते हैं इस प्रकार से यह लचीलापन और स्वतंत्रता की ओर लोगों को ले जाता है | 


  • मापनीयता :- जैसे-जैसे लोग के आने की संख्या और सामान खरीद बिक्री बढ़ते जाएगी वैसे-वैसे आपके व्यवसाय का मापनीयता बढ़ाते चला जाएगा और आप अपने प्रोडक्ट से जुड़े प्रचार को अपने वेबसाइट पर चला सकते हैं | 


  • लक्ष्य-केंद्रित मार्केटिंग :- आपका मार्केटिंग रणनीति लोगों के बीच कैसा प्रदर्शन कर रहा है उसे जानने के लिए और उसे अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए आपको एक विस्तृत एनालिटिक्स प्लेटफार्म का उपयोग करना चाहिए 


  • व्यक्तिगत ब्रांड का निर्माण :- इसमें आपको अपने ब्रांड को अपने बल पर निर्माण करना होता है और उसके पहचान और विशेषताओं को लोगों के बीच साझा करना पड़ता है | 


  • स्वचालन की संभावना :- यह आपके व्यावसायिक प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए और स्वचालन की संभावना को बढ़ाने के लिए कई सारे विकल्प देता है | 


  • डेटा-संचालित निर्णय :- ये आपको व्यवसाय के प्लेटफार्म पर आने वाले ग्राहको को एक डाटा संचालित करता और यह आपका बिजनेस से जुड़े हुए रणनीति को मजबूत करने और उसमें सुधार लाने के लिए एक अच्छा और लाभकारी साबित होता है | 


  1. ऑनलाइन व्यवसाय के नुकसान

  2. ऑनलाइन व्यवसाय के फायदे और चुनौतियाँ।








ऑनलाइन व्यवसाय करना जीतना आसान और फायदेमंद है उतना ही यह नुकसानदायक भी है | इससे आपको बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना होगा | 


  • अत्यधिक प्रतिस्पर्धा :- अपना व्यवसाय को शुरू करने से पहले जो भी लोग इनसे जुड़े हुए हैं उनसे उनकी सारी जानकारियां को पहले इकट्ठा करें और उसे अपने आप को सभी से अलग बनाने की कोशिश करें |


  • तकनीकी निर्भरता :- इंटरनेट पर आपका वेबसाइट अच्छा प्रदर्शन कर सके इसके लिए आपको तकनीकी चीजों का ध्यान रखना चाहिए |


  • ग्राहकों का विश्वास बनाना मुश्किल :- ग्राहक आपके प्रोडक्ट को ना तो छू सकते हैं और ना ही उसे खोलकर अच्छी तरह से देख सकते हैं | लेकिन आपको इन सब के बारे में एक विस्तृत और संपूर्ण जानकारियां प्रदान करनी होगी जिससे आपके ग्राहकों का आपके ऊपर विश्वास बना रहे | 


  • साइबर सुरक्षा जोखिम :- ग्राहक जब वेबसाइट पर प्रोडक्ट खरीदते हैं तो उनका पर्सनल जानकारियां आपकी वेबसाइट पर एकत्रित होती है | खासकर उनका वित्तीय लेनदेन किसी दूसरे को पता ना चले इसके लिए आपको अपने वेबसाइट पर साइबर सुरक्षा जोखिम का ध्यान रखना चाहिए |


  • रिटर्न और रिफंड :- ग्राहक आपके प्रोडक्ट के फोटो और उनसे जुड़ी जानकारियां ही देख पाते हैं | और उसे देखकर वह प्रोडक्ट को खरीद लेते हैं और बाद में जब उन्हें वह अच्छा नहीं लगता तो वह आपको रिफंड कर देते हैं जिसे आपको उनके दिए हुए पैसे लौटाने पड़ते हैं | 


  • निरंतर बदलाव और सीखने की आवश्यकता :- आज के समय में टेक्नोलॉजी जितना तेजी से विकास कर रहा है | इसी के साथ डिजिटल रूप से जुड़े हुए कामकाज में भी बदलाव होते जा रहे हैं | उस पर आपको भी नजर रखने के साथ जो बदलाव हो रहे हैं उन्हें सीखने के साथ आप अपने प्रतिस्पर्धी से कैसे बेहतर बन सकते हैं इसके  लिए आपको निरंतर सीखने की आवश्यकता है | 


  1. मोहित शर्मा के सफलता की कहानी गांव से ऑनलाइन बिजनेस कर कर रहे लाखों की कमाई ?

मोहित शर्मा: ब्लॉगर और यूट्यूबर, लाखों की कमाई। 


परिचय :- मोहित शर्मा उत्तर प्रदेश के बलिया जिला के रेवती गांव के सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं | मोहित के पिता पेशा से एक किसान है | 


 कैसे शुरू हुआ सफर


मोहित कोलकाता में एक जुट मिल में काम करते थे मोहित के पिता पेशा से एक किसान थे उनके पिता खेतों में सब्जी उपजाकर बाजारों में बेचा करते थे जिससे उनके परिवार का गुजारा होता था  एक बार उनके पिता के अचानक तबीयत खराब हो गई और वह नौकरी छोड़कर अपने गांव चले आए और गांव में ही रह कर उन्हों ने दूसरे लोगों का वीडियो देखकर उनसे प्रशिक्षण लिया और YouTube से ब्लॉगिंग और एफिलिएट मार्केटिंग के बारे में सीखा। और फ्री Blogger पर अपना पहला ब्लॉग लिखना शुरु किजिसमें वह खेती, घरेलू उपाय और गांव की ज़रूरतों से जुड़ा कंटें लिखने लगे। शुरू शुरू में उनके 

वेबसाइट पर ट्रैफिक बहुत ही काम था  जैसे ही उन्होंने मूल्यवान कंटेंट बनाना शुरू किया वैसे ही उनके वेबसाइट पर ट्रैफिक की बारिश होने लगी Amazon और  Flipkart जैसे कंपनियां उनके वेबसाइट पर ट्रैफिक देखकर उन्हें अपने प्रोडक्ट का लिंक प्रमोट करने के लिए आमंत्रित करने लगा और उसी कंटेंट से YouTube चैनल पर वीडियो भी डालना शुरू किया। 


आज क्या स्थिति है?


आज मोहित हर महीने Blogging और YouTube से मिलाकर ₹1.5 लाख से ज़्यादा की कमाई कर रहे हैं। उनका ट्रैफिक भारत के छोटे शहरों और गांवों से आता है।


Blog ट्रैफिक: - 1.2 लाख मंथली विज़िटर

YouTube सब्सक्राइबर:- 1.8 लाख

मुख्य कमाई: -  Affiliate Sales, Sponsorships, Google AdSense

उनकी सफलता के 3 सूत्र:


  1. Consistency:- बिना रुके हर हफ्ते 2 ब्लॉग और 2 वीडियो डालते हैं।

  2. Niche Focus:- गांव से जुड़ी समस्याओं और समाधानों पर फोकस किया।

  3. Low Budget से Start:-  किसी महंगे कोर्स की जगह फ्री जानकारी से सीखा और अमल किया।


13. सीमा राठौर अपनी सफलता से महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बनी 

गृहिणी सीमा राठौर का ऑनलाइन सिलाई व्यवसाय। 





 परिचय :-  सीमा मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव देवास की रहने वाली है | सीमा राठौर पैसा से एक ग्रहणी है जो अपने गांव में रहकर सिलाई बुनाई का काम करती है |


कैसे हुई शुरुआत?


सीमा अपने काम में काफी कुशल और माहिर थी सीमा का परिवार का खर्च जैसे तैसे चलता था | एक दिन सीमा अपने अपने कपड़ों को लेकर बाजार में बेचने गई जिससे

उसकी मुलाकात शहर के एक बड़े कपड़े व्यापारी से हुआ सीमा उस व्यापारी से मिली और उसके बाद उसे व्यापारी से कपड़े सीकर बेचना शुरू किया इस प्रकार से सीमा का मासिक आय बढ़ गया और कुछ पैसे से सीमा ने एक स्मार्टफोन खरीदी और उसने Facebook और  Instagram पर कपरे पर बने हुए डिजाइन को उसमें Reels के माध्यम से साझा करना शुरू किया शुरुआत में ऑर्डर उनके रिश्तेदारों और गांव के लोगों से मिलने लगे। धीरे-धीरे उनका नेटवर्क WhatsApp और Instagram से फैलता गया। 



आज क्या स्थिति है?


70,000 से ₹1 लाख आज सीमा हर महीने ₹70तक की कमाई कर रही हैं – वो भी अपने घर बैठे!


  • Instagram Followers:-  90,000+

  • WhatsApp ग्रुप:- 5 एक्टिव ग्राहक समूह

  • मुख्य कमाई:- Custom Stitching Orders, Reselling, Online Classes

उनकी सफलता के 3 प्रमुख राज:


  1. कम संसाधनों से शुरुआत:- एक पुरानी सिलाई मशीन और स्मार्टफोन से शुरुआत की।

  2. ग्राहकों से जुड़ाव:- हर ग्राहक को व्यक्तिगत सेवा और कस्टम डिज़ाइन देना।

  3. समय का सही उपयोग:- बच्चों और घर के कामों के बाद बचा हुआ समय ऑनलाइन बिजनेस में लगाया।




अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)


Q 1. ऑनलाइन व्यवसाय शुरू करने में कितना खर्च आता है?

Ans:- अपनी व्यवसाय शुरू करने में खर्च कई कारकों के ऊपर निर्भर करता है जैसे की यदि आप फ्रीलांसिंग या एफिलिएट मार्केटिंग शुरू करते हैं तो कम निवेश या बिना किसी प्रारंभिक निवेश के कर सकते हैं वहीं अगर आपकी कॉमर्स वेबसाइट बनाकर करते हैं तोइसमें आपको हजार रुपए से लेकर लख रुपए तक के निवेश करने पड़ सकते हैं | 


Q.2. क्या बिना पैसे के भी ऑनलाइन बिज़नेस शुरू कर सकते हैं?

Ans:-  कुछ ऑनलाइन व्यवसाय मॉडल ऐसे हैं जो कम निवेश या बिना पैसे के भी शुरू कर सकते हैं जैसे एफिलिएट मार्केटिंग ब्लॉगिंग इत्यादि | 


Q.3. सबसे आसान ऑनलाइन बिजनेस कौन-सा है?

Ans:- अगर आप फ्रीलांसिंग और एफिलिएट मार्केटिंग मैं रुचि रखते हैं तो यह आपके लिए सबसे आसान ऑनलाइन बिजनेसबन सकता है | क्योंकि इसमें आपको बड़े इन्वेंट्री या वेबसाइट सेटअप की तुरंत आवश्यकता नहीं होती है।


Q.4. GST पंजीकरण कब जरूरी है?

Ans:- भारत में, GST पंजीकरण तब अनिवार्य हो जाता है जब आपकी कुल वार्षिक आय वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के लिए एक निश्चित सीमा से अधिक हो जाती है। वर्तमान में, वस्तुओं की आपूर्ति के लिए यह सीमा ₹40 लाख (कुछ विशेष राज्यों के लिए ₹20 लाख) और सेवाओं की आपूर्ति के लिए ₹20 लाख (कुछ विशेष राज्यों के लिए ₹10 लाख) है। यदि आप अंतर-राज्यीय व्यापार कर रहे हैं, तो टर्नओवर की परवाह किए बिना GST पंजीकरण आवश्यक हो सकता है।


Q.5  क्या ऑनलाइन बिजनेस से फुल-टाइम कमाई की जा सकती है?

Ans:- अगर आप ऑनलाइन बिजनेस से फुल टाइम कमाई करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एक मजबूत बिजनेस रणनीति बनानी होगी शफल होने के लिए आपको समय और समर्पण के साथ लगातार प्रयास करते रहना होगा और अपने उठा दोगे गुण माताको बनाए रखने के लिए उसे पर विशेष ध्यान देनी होगी 


निष्कर्ष 

आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन व्यवसाय शुरू करना पहले से कहीं ज़्यादा आसान और सुलभ हो गया है। जैसा कि हमने देखा, चाहे आप एक उद्यमी बनना चाहते हों या अपनी मौजूदा आय बढ़ाना चाहते हों, ऑनलाइन दुनिया में अवसरों की कोई कमी नहीं है। मुझे पूरी आशा है कि आप इस आर्टिकल को पढ़कर ऑनलाइन व्यवसाय कैसे शुरू करें  इसके बारे में सब कुछ अच्छी तरह से जान गए होंगे यदि इसके बाद भी आपके मन में इसके बारे में आपके मन में कोई  सवाल है तो आप हमने कमेंट करके पूछ सकते हैं | और आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ इस आर्टिकल को साझा करें ताकि उन्हें भी इसके बारे में जानकारी मिल सके


यह भी पढे :- गांव में बिजनेस कैसे शुरू करें (https://kunalkainfo.blogspot.com/2025/06/gaon-me-business-kaise-kare.html)















  

 

 






 


 



     

       

             


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