फ्रीलांसिंग क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में



फ्रीलांसिंग क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में

लैपटॉप पर काम करती महिला फ्रीलांसर 


क्या आप भी फ्रीलांसिंग शुरू करना चाहते हैं ?



क्या आप भी नौकरी की तलाश करते-करते थक गए हैं | आप में से बहुत सारे ऐसे युवा हैं जो अपने काम के घंटे और जगह से संतुष्ट नहीं है | लेकिन अपने मन मुताबिक काम न मिलने के कारण इस तरह के परेशानी हमलोगों को अपने जीवन में अक्सर झेलना पड़ता है | और ऐसी स्थिति कहीं आपको भी न झेलना पड़े इसलिए हम आपको फ्रीलांसिंग के बारे में बताने आए हैं | तो चलिए अब इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं कि फ्रीलांसिंग क्या है और यह कैसे काम करता है |



1. फ्रीलांसिंग क्या है? (What is freelacing)



फ्रीलांसिंग काम करने का एक ऐसा तरीका जिसमें आप अपने मन के मुताबिक काम करते हैं | सीधी भाषा में इसे कहा जाए तो इसमें आप अपने काम के खुद मालिक और नौकर होते हैं | इसमें आपको किसी कंपनी या संस्था से स्थायी रूप से जुड़े बिना विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम करते हैं। जब आप किसी के लिए काम करते हैं तो वह व्यक्ति आपको प्रोजेक्ट और काम के प्रति घंटा दर के हिसाब से वह आपको भुगतान करता है |


फ्रीलांसर आमतौर पर वह व्यक्ति होता है जो Content Writing, Graphics Designing, Web Designing, Marketing जैसे क्षेत्रों में अपनी सेवा प्रदान करता है | इसमें वह व्यक्ति अपने व्यवसाय के संचालन और प्रबंधन के रूप में काम करता है |


उदाहरण :- मान लीजिए कोई व्यक्ति ग्राफिक डिजाइनर का काम कर रहा है | तो वह एक से अधिक कंपनियों के साथ जुड़कर काम कर सकता है और इसमें कोई भी कंपनी उसे किसी भी प्रकार के दबाव नहीं दे सकती है | क्योंकि फ्रीलांसर स्वतंत्र रूप से काम करता है और कई क्लाइंट्स के लिए सेवाएँ दे सकता है, बिना किसी एक कंपनी के पूर्णकालिक कर्मचारी के रूप में बंधे हुए।


2. फ्रीलांसिंग कैसे शुरफ्रीलांसिंग के लिए विचार करता युवक – ऑनलाइन काम और स्किल्स की प्लानिंग करता हुआ




1 अपनी स्किल चुने :-



  • आप अपनी स्किल के अनुसार काम चुने जिसमें आप अच्छी जानकारी रखते हो और उसमें पूरी तरह कुशल हों


  • आप अपनी स्किल की वैसी सूची बनाएं जिसमें आप यह जानकारी दे रहे हो कि कैसे किसी चीज को अच्छे से बना सकते हो


2. एक विशिष्ट क्षेत्र (Niche) चुनें:-



  • अपने स्किल को पहचान कर एक विशिष्ट क्षेत्र (Niche) को चुने जिसमें आपको अच्छा अनुभव हो उसके बाद उस क्षेत्र में जा सकते हैं |


  • आपके द्वारा चुना हुआ एक विशिष्ट क्षेत्र आपको बेहतर बनाने के साथ अपने ग्राहकों तक पहुंचने में मदद करता है |


3. एक पोर्टफोलियो (Portfolio) बनाएं:-



  • अपने काम के बारे में बताने के लिए एक मजबूत पोर्टफोलियो बनाना बहुत जरूरी है | यदि आप पहले कहीं जुड़कर सेवा दे रहे हैं तो उसके बारे में बताएं


  • यदि आप Content Writer है तो High quality content लिखना शुरू करें और लोगों तक पहुंचाने का काम करें :-


4. फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म पर प्रोफाइल बनाएं:-



  • बहुत सारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहां पर जाकर आप फ्रीलांसिंग का काम कर सकते हैं |इनमें से कुछ लोकप्रिय प्लेटफार्म का नाम दिए गए हैं | जिसमें आप शामिल हो सकते हैं |


  • Upwork: यह फ्रीलांसिंग में कई प्रकार के कार्यों के लिए एक बहुत बड़ा मंच है।


  • Fiverr: यहां आप अपनी काम के बारे में बताकर ग्राहक से सीधे आपसे संपर्क कर सकते हैं।


  • Freelancer.com: यह फ्रीलांसरों के लिए लोकप्रिय फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म है।


5. अपनी दरें (Rates) निर्धारित करें:



  • अपने काम और घंटे के हिसाब से अपनी दरे को निर्धारित करें |


  • यह देखें कि आप जिस काम को कर रहे हैं उस काम के लिए कोई दूसरा फ्रीलांसर प्रति घंटे के हिसाब से कितने पैसे चार्ज कर रहा है | मार्केट रिसर्च करें।


6 ग्राहक आपको ढूंढ पाए इसके लिए ऑनलाइन उपस्थिति बनाएं:-



  • एक वेबसाइट बनाएं और उसमें आप अपने काम और प्रति घंटे के हिसाब से पैसे की जानकारी दे |


  • सोशल मीडिया का उपयोग करें और उन प्लेटफार्मों पर अपनी प्रोफाइल बनाएं जहाँ आपके संभावित ग्राहक सक्रिय हैं। इन प्रोफाइल पर अपने काम, कौशल और सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी साझा करें।"




3. फ्रीलांसिंग के फायदे


 समुद्र तट पर लैपटॉप से काम करती फ्रीलांसर महिला – फ्रीलांसिंग की आज़ादी और लचीलापन


1. समय का बचत और स्वतंत्रता :- इसमें आप अपने काम के घंटे को निर्धारित कर सकते हैं |



2.स्थान का चुनाव :- आप अपने मनपसंद जगह को चुन कर कहीं से भी इस काम को कर सकते हैं |



3.अपने मन के मालिक:- इसमें आप बिना किसी के दबाव में रहकर काम करते हैं |



4.कमाई में वृद्धि :- आप अपने अनुभव और काम के अनुसार कितने पैसे लेगे इसका निर्धारण आप स्वयं करते हैं |



5.एक साथ बहुत सारे क्लाइंट्स के साथ काम कर आप अच्छे पैसे कमा सकते हैं |


  • यदि आप किसी कार्यालय में काम करेंगे तो आपकी महीने कि आय निर्धारित रहती है | जब कि फ्रीलांसिंग में आपके द्वारा किए गए कामों के ऊपर निर्भर करता है कि आप अपने ग्राहक को किस प्रकार की सेवा दे रहे हैं और उनके बदले में उन से कितने पैसे चार्ज कर रहे है |


6.कौशल विकास और विविधता:- यदि आप अपने अंदर कौशल विकास को बढाते रहते हैं तो आपको अपने क्लाइंट से विभिन्न प्रकार के प्रोजेक्ट पर काम करने का अवसर मिल सकता है |



7.सीखते रहे :- आज के जमाने में टेक्नोलॉजी और उनसे जरूरी कई चीजों को सीखते रहे और उनसे जुड़ी हुई जानकारी की अपडेट प्राप्त करते रहे |



8.अपने लक्ष्य का पीछा करें:- आप अपने रुचि और उसके अनुसार लक्ष्य को चूने और सीखने का प्रयास करें यह आपको अपने काम में और अधिक संतोष जनक और कुशल बनाएगा



9.अधिक पैसे कमाने की संभावना :-



  • आप अपनी चार्ज स्वयं निर्धारित करें और अपने अंदर के कुशलता को बढाए जैसे ही आप के अंदर कुशलता बढ़ते जाएगी इसके साथ अधिक कमाने की संभावना भी उतनी तेजी से बढ़ेगी |


  • एक एक से अधिक प्रोजेक्ट पर काम परअधिक पैसे कमा सकते हैं |


10.पैसे कम खर्च होते हैं :- 



  • आप घर बैठे काम करते हैं तो ऑफिस में आने जाने का खर्च बचता है |


  • कंपनी या ऑफिस के काम से बाहर नहीं जाना पड़ता है |


  • ऑफिस जाने के लिए उसके अनुसार कपड़े जूते इत्यादि के पैसे बचते हैं |


4 .फ्रीलांसिंग के चुनौतियां  :-


तनाव में फोन पर बात करता और लैपटॉप पर काम करता फ्रीलांसर – फ्रीलांसिंग की चुनौतियों का सामना करते हुए



फ्रीलांसिंग लोगों के लिए जितना फायदेमंद और अच्छा है उतना ही यह चुनौतियों से भी भरा है |

आईये अब इसके चुनौतियों के बारे में जानते हैं |


1.आय की अनिश्चितता :-



  • फ्रीलांसिंग मैं चुनौती है आपको अपने प्रोजेक्ट और कार्य के अनुसार झेलना पड़ सकता है | क्योंकि इसमें आपके क्लाइंट्स को जब जरूरत होगी तब वह आपको काम देंगे अन्यथा नहीं देंगे कभी-कभी आपके पास बहुत सारे प्रोजेक्ट आभी सकते हैं और नहीं भी आ सकते हैं |


  • जब आपके ग्राहक आप से काम लेंगे उसके बाद ही वह आपको पेमेंट करेंगे अन्यथा नहीं करेंगे इसके लिए आप उन पर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं दे सकते हैं | आप खुद से ही समझे कि जब आप किसी से कोई काम करवाते हैं, तो भुगतान काम पूरा होने के बाद ही करते हैं; फ्रीलांसिंग में भी यही सिद्धांत लागू होता है।"


2. काम की चुनौती:-



  • यदि आप किसी एक क्लाइंट्स के भरोसे पर बैठे रहेंगे तो आप अच्छे से नहीं कमा सकेंगे लगातार अपने क्लाइंट्स को ढूंढने का प्रयास करते रहे


  • जब आप इस काम में आएंगे तो आपको बहुत प्रतिरोधियो का सामना करना पर सकता है खासकर के जब आप नए हो उस स्थिति में आपको क्लाइंट्स मिलना भी बहुत मुश्किल हो सकता है |


3. कोई लाभ नहीं मिलता है :-



  • जब आप किसी कंपनी में काम करते हैं तो उसे कंपनी से आपको बहुत सारा लाभ मिलता है जैसे - Health, PF, Bonus इत्यादि लेकिन फ्रीलांसिंग में आपको इस प्रकार का कोई लाभ नहीं मिलता है |


  • अधिक काम का बोझ होना :-


  • कभी-कभी ग्राहकों से अधिक काम मिल जाने के कारण काफी मेंहनत करना पड़ता है जिसका असर कभी-कभी शवास्थ पर पड़ने लगता है |


  • कम समय में काम पूरा करके के लिए कभी-कभी तो दिन रात काम करना पर सकता है |


4. समय का प्रबंध :-



  • फ्रीलांसिंग मैं सफल होने के लिए आपको समय का प्रबंध करना बहुत जरूरी है यदि आप नहीं कर पाते हैं तो आपका काम अधूरा रह जाएगा और आपसे लोग नाराज हो जाएंगे


  • यदि आप घर पर रह कर करते हैं तो आपको यह क्या करना होगा कि आप कितना समय देंगे काम को पूरा करने में



5. अकेलापन महसूस होना :-



  • आपके ऑफिस और घर का माहौल में काफी अंतर होता है आप ऑफिस में अपने दोस्तों के साथ मिलकर काम कर सकते हैं और उनकि सहायता ले सकते हैं तथा घर में आपको खुद अकेले ही काम करना पड़ता है और आप चाह कर भी किसी से मदद नहीं ले पाते हैं |


6. पैसे भुगतान करने में समस्या :-



  • "क्लाइंट्स द्वारा भुगतान में देरी या बिल्कुल भुगतान न करना फ्रीलांसिंग की एक बड़ी चुनौती है। यह धोखाधड़ी का एक रूप भी हो सकता है, जिससे फ्रीलांसरों को वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है।"


5. भरत में फ्रीलांसिंग कि बढ़ती मांग और कमाई की संभावना

  भारत में डिजिटल सेवाओं और 5G नेटवर्क के साथ फ्रीलांसिंग की बढ़ती मांग और कमाई की संभावनाएँ



1. भारत में फ्रीलांसर्स की बढ़ती मांग :-



आज के समय में भारत विकास की ओर काफी तेजी से बढ़ रहा है और दिन प्रतिदिन युवाओं के लिए डिजिटल युग में नए-नए अवसरों को भी प्रदान कर रहा है जिसमें फ्रीलांसिंग की भूमिका काफी अधिक बढ़ गई है | इसी वजह से भारत में फ्रीलांसरों की मांग पहले से कई गुना अधिक बढ़ गई है |


2. डिजिटल इंडिया का प्रभाव:-



 भारत में पिछले 15 सालों की तुलना में इंटरनेट की पहुंच और क्षमता कई गुना अधिक तेजी से लोगों के बीच बढ़ रही है | जिसमें डिजिटल शिक्षा घर बैठे ऑनलाइन काम करने कि मांग देश के शहरों और बड़े छोटे गांव में रहने वाले लोग के बीच यूवाओ के मन में डिजिटल क्रांति की भावना जगाकर डिजिटल रूप से जोड़ रहा है |


3. स्टार्टअप कल्चर का विकास:-



 जब कोई नए व्यापारी अपना व्यवसाय सुरू करता है तो वह शुरुआती तौर पर कम पैसों में फ्रीलांसर्स को हायर करता है | क्योंकि इससे उसे अपने ऑफिस में किसी कर्मचारी को अस्थाई रूप से रखने की जरूरत नहीं पड़ता है | और उसे अच्छे पैसों की बचत भी होता है |


4. कुशल लोगों की आवश्यकता :- 



जब कोई कंपनी किसी देश में अपना व्यवसाय शुरू करता है तो उससे पहले वह फ्रीलांसिंग के मामले में कुशल लोगों को खोजता है | जो कम समय में कंपनी के किसी खास प्रोजेक्ट पर काम कर पूरा कर सके ऐसे लोगों को अस्थाई रूप से कंपनियां अपने काम पर नहीं रख पाती है |


5. वर्क फ्रॉम होम कि मांग :-



 कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के प्रकोप के बाद से कंपनियों ने 'वर्क फ्रॉम होम' के चलन को तेजी से अपनाया है। इसके बढ़ते प्रचलन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फ्रीलांसर कहीं से भी अपना काम प्रभावी ढंग से कर सकते हैं।"


6. भारत में फ्रीलांसिंग के क्षेत्र में सबसे अधिक मांगे जाने वाले कामों की सूची इस प्रकार है |



  • कंटेंट राइटिंग:- ब्लॉग पोस्ट,कॉपीराइटिंग (हिंदी और अंग्रेजी दोनों में)


  • डिजिटल माडिजिर्केटिंग:- SEO Expert, सोशल मीडिया मार्केटिंग


  • वेब डेवलपमेंट और डिजाइनिंग:- वेबसाइट बनाना


  • ग्राफिक डिजाइनिंग:- लोगो डिजाइन, ब्रांडिंग, सोशल मीडिया ग्राफिक्स


  • वीडियो एडिटिंग:- YouTube, और सोशल मीडिया के लिए


  • मोबाइल ऐप डेवलपमेंट: Android और iOS के लिए ऐप्स बनाना


  • वर्चुअल असिस्टेंट सेवाएँ:- प्रशासनिक कार्य, ईमेल प्रबंधन, डेटा एंट्री


  • AI और मशीन लर्निंग:- नए और उभरते हुए क्षेत्र


7. भारत में फ्रीलांसरों की होने वाली कमाई



अब आप के मन में यह सवाल आ रहा होगा कि हमने तो इसके बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर ली यदि मैं इस फील्ड में आऊंगा तो मेरी कमाई कितनी होगी जरासल बात यह है कि फ्रीलांसरों की कमाई कई कारकों और उनके द्वारा किए गए काम पर निर्भर करता है |


1. कुशलता और विशेषज्ञता :- अपनी कमाई बढ़ाने के लिए, यह देखें कि बाजार में किस कौशल की सबसे अधिक मांग है और उसमें खुद को विशेषज्ञ बनाएं। विशेषज्ञता आपको बेहतर आय अर्जित करने में मदद करेगी।"


2. अनुभव :- एक अनुभवी फ्रीलांसर के पास कई सफल प्रोजेक्ट होते हैं जिससे वह नए फ्रीलांसर से ज्यादा पैसे चार्ज करते हैं |


3. पोर्टफोलियो की गुणवत्ता:- आप अपने क्लाइंट्स के काम को कितने बेहतरीन तरीका से करके देते हैं यह आप के पोर्टफोलियो के लिए बहुत बड़ा मायने रखता है | एक उच्च-गुणवत्ता वाला पोर्टफोलियो आपको क्लाइंट्स से ऊंची दरें दिलाने में काफी प्रभावशाली साबित हो सकता है |


4.क्लाइंट का प्रकार:- आपकी कमाई इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप किस प्रकार के क्लाइंट्स के साथ काम कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्लाइंट्स (विदेशी ग्राहक) अक्सर भारतीय क्लाइंट्स की तुलना में अधिक भुगतान करते हैं।"


5. प्लेटफॉर्म शुल्क:- हर एक फ्रीलांसीग प्लेटफार्म के मालिक अपना अलग-अलग: चार्ज लेते हैं जो फ्रीलांसरों के ऊपर निर्भर नहीं करता है | प्लेटफॉर्म शुल्क फ्रीलांसरों द्वारा निर्धारित नहीं होता, बल्कि प्लेटफॉर्म द्वारा लिया जाता है।


नीचे आपको कामों में कौशल लोगों का मासिक अनुमानित आय नीचे दिया गया है | जो अनुमान पर आधारित है | यह काम के अनुसार अलग-अलग भी हो सकती है इसकी पूरी सटीकता से जानकारी लेने के लिए आपको फ्रीलांसीग वेबसाइट पर जाकर देख लेना चाहिए


  • कंटेंट राइटर:- शुरुआती ₹15,000 से ₹30,000; अनुभवी ₹40,000 से ₹80,000 या उससे भी ज़्यादा।


  • ग्राफिक डिजाइनर:- ₹25,000 से ₹60,000 (प्रोजेक्ट और अनुभव पर निर्भर)।


  • डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ:- ₹30,000 से ₹1,00,000+ (सेवा के प्रकार और क्लाइंट की संख्या के आधार पर)।


  • वेब डेवलपर:- ₹40,000 से ₹1,50,000+ (प्रोजेक्ट की जटिलता पर निर्भर)।


  • वीडियो एडिटर:- ₹20,000 से ₹70,000 (अनुभव और प्रोजेक्ट के आधार पर)।


  • वर्चुअल असिस्टेंट:- ₹15,000 से ₹35,000 (शुरुआती)।


8. फ्रीलांसिंग के लिए आवश्यक उपकरण और सॉफ्टवेयर (Essential Tools and Software for Freelancing)

फ्रीलांसिंग में उपयोग होने वाले जरूरी टूल्स और सॉफ्टवेयर जैसे Zoom, Slack, Asana, Trello 



अब मैं आपको ऐसे उपकरण और सॉफ्टवेयर के बारे में बताऊंगा जो आप को फ्रीलांसिंग में सफल होने के लिए कारगर साबित होंगे जैसे :-


1. कम्युनिकेशन टूल्स:- Slack, Zoom, Google Meet ये आपको क्लाइंट्स से बात करने और जुरने में मदद करता है |



2. प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल्स:- Trello, Asana, Monday.com (काम को व्यवस्थित रखने में कारगर



3. पेमेंट गेटवे:- PayPal, Stripe, Instamojo भुगतान प्राप्त करने के लिए



4. फाइल शेयरिंग:- Google Drive, Dropbox



9. अपने स्किल से संबंधित सॉफ्टवेयर


1. कंटेंट राइटर के लिए:- Grammarly, Plagiarism Checker tools, Google Docs इत्यादि


2. ग्राफिक डिजाइनर:- Adobe Photoshop, Illustrator, Canva


3. वेब डेवलपर:- VS Code, Git, Hosting services


4. अनुबंध (Contracts):- क्लाइंट के साथ काम शुरू करने से पहले एक स्पष्ट अनुबंध तैयार करना महत्वपूर्ण है। इसमें आपकी सेवाओं, अपेक्षित परिणामों, समय-सीमा और भुगतान शर्तों की पूरी जानकारी होनी चाहिए।


5. इनवॉइसिंग (Invoicing):- अपने काम के लिए समय पर और सही तरीके से इनवॉइस (बिल) बनाएं और भुगतान का हिसाब-किताब ठीक से रखें।"


6. टैक्स (Taxation):- फ्रीलांसरों के लिए टैक्स संबंधी सामान्य जानकारी होना आवश्यक है (जैसे टीडीएस (TDS), जीएसटी (GST) यदि लागू हो)। हालांकि, छोटे पैमाने पर काम करने वाले फ्रीलांसरों के लिए कुछ टैक्स नियम सीधे लागू नहीं भी हो सकते हैं। ज़रूरी हो तो किसी टैक्स सलाहकार से सलाह लें।"


7. क्लाइंट से प्रभावी ढंग से बातचीत :- (Effective Communication with Clients)


8. अच्छी कम्युनिकेशन :- फ्रीलांसिंग की सफलता की कुंजी है |


9. स्पष्ट अपेक्षाएं निर्धारित करें:- काम शुरू करने से पहले क्लाइंट की अपेक्षाओं को ठीक से समझें।


10. नियमित अपडेट दें:- अपने काम की प्रगति के बारे में क्लाइंट को नियमित रूप से सूचित करें।


11. समय पर प्रतिक्रिया दें:- क्लाइंट के ईमेल या संदेशों का जल्दी जवाब दें।



10. FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल )


Q 1. फ्रीलांसिंग शुरू करने के लिए कौन सी स्किल्स सबसे अच्छी हैं?


Ans;-कंटेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, वेब डेवलपमेंट, डिजिटल मार्केटिंग, वीडियो एडिटिंग, और वर्चुअल असिस्टेंट यह सभी सबसे अधिक मांगे जाने वाले स्किल है | आप इनमें से किसी एक स्किल को चुनकर कर सकते है |

Q 2. फ्रीलांसिंग में कमाई कितनी हो सकती है?


Ans:- फ्रीलांसिंग में कमाई आपकी स्किल अनुभव और काम के ऊपर करता है | कि आप अपने काम में कितने कुशल हैं और आपके पास कितने संख्या में ग्राहक है | यदि आप नए हैं तो अनुभवी लोगों से कम पैसे कमाएंगे |

Q 3. क्या फ्रीलांसिंग में किसी कंपनी या ऑफिस की तरह लाभ (जैसे PF, बीमा) मिलते हैं?


Ans:- नहीं फ्रीलांसिंग में आपको किसी भी कंपनी से किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं मिलता है | क्यों कि इससे जुड़े हुए लोग कभी किसी कंपनी के स्थाई का कर्मचारी नहीं होते हैं |

Q.4 फ्रीलांसर क्लाइंट्स कैसे खोजें?


Ans:- Upwork, Fiverr, Freelancer.com जैसे फ्रीलांसिंग वेबसाइट पर जाकर अपनी प्रोफाइल बनाएं सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति बनाए रखें यह आपको क्लाइंट्स से मिलवाने में मदद करता है |

Q 5. फ्रीलांसिंग में समय प्रबंधन क्यों ज़रूरी है?


Ans:- फ्रीलांसिंग करने वाला व्यक्ति स्वतंत्र होता है | इसलिए इसमें समय क्या प्रबंधन करना बहुत जरूरी है और उससे यह दर्शाता है कि आप अपने ग्राहक को कितने समय में काम को पूरा करके देते हैं | यह आपके और आपके ग्राहकों के बीच का संबंध और भी विश्वसनीय और मजबूत बनता है |

Q 6. क्या फ्रीलांसिंग के लिए किसी विशेष डिग्री की आवश्यकता होती है?


Ans:- नहीं फ्रीलांसिंग में कोई भी विशेष प्रकार की डिग्री कि आवश्यकता नहीं होती है | इसमें आपको अपने स्किल और कुशलता के बारे में बताना रहता है जो आपके आपसे नए ग्राहक को जुड़ने में मदद करता है |




11. निष्कर्ष :- इस आर्टिकल को पढ़ कर फ्रीलांसिंग के बारे में सब कुछ जान गए होंगेयदि आप एक रिलेशन के दुनिया में कदम रखना चाहते हैं तो क्या और सर आपके लिए बहुत ही लाभदायक है यदि आप कोई स्किल सीखना चाहते हैं तो कमेंटकर हमें जरूर बताएं इस तरह के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए सब्सक्राइब और नोटिफिकेशन का बटन जरूर दबाए |
 


यह भी पढे :- गाँव में महिलावों के लिए बिज़नेस आइडियास ( https://kunalkainfo.blogspot.com/2025/04/gaon-mein-mahilaon-ke-liye-business-ideas.html )

   

























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